हास्य कवियों ने ख़ूब गुदगुदाया, लगी ठहाकों की झड़ी।।


जिला प्रशासन गोड्डा के तत्वावधान में आयोजित गणतंत्र सप्ताह सांस्कृतिक समारोह के तहत बुधवार शाम स्थानीय गांधी मैदान के कला-संस्कृति मंच पर “अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन सह मुशायरा” का आयोजन हुआ।


कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक नाथु सिंह मीना, उपविकास आयुक्त संजय कुमार सिन्हा, बीस सूत्री क्रियान्वयन समिति की उपाध्यक्ष प्रो0 बिन्दु मंडल, अनुमंडल पदाधिकारी सदर सह आयोजन समिति अध्यक्ष मनोज कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी महागामा सौरभ कुमार भुवानियां एवं नगर उपाध्यक्षा वेणु चौबे द्वारा दीप प्रज्वलन, कवियों का पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र से अभिनंदन एवं संबोधन से हुआ। मंच का संचालन प्रख्यात उद्घोषक शंकर कैमूरी ने किया।

कवियों में लखनऊ से पधारीं साक्षी तिवारी की तरन्नुम में प्रस्तुत “शहीदों का रंगों में जब तलक बलिदान जिंदा है, समूचे विश्व में मां भारती का मान जिंदा है”, इलाहाबाद के हंसोड़ कवि अखिलेश द्विवेदी की “मेरे जिंदगी में रोशनाई कैसे आएगी”, मध्य प्रदेश के सतना से पहुंचे हास्य कवि रवि बागी की “हिंदी में इंग्लिश का पर्चा”, कानपुर के प्रसिद्ध गज़लगो आलम सुल्तानपुरी की गजल “चमन में फूल है जितने सभी से प्यार करते हैं, जहां हम गीता रखते हैं वही हम कुरान रखते हैं”, कानपुर की ही अनीता मौर्या की गजल “जिस घर में बुजुर्गों का बसेरा नहीं होता, उस घर में खुशियों का बसेरा नहीं होता” ने श्रोताओं की जबरदस्त वाहवाही लूटी और बड़ी संख्या में आए दर्शकों को मंच से जोड़े रखा। धन्यवाद ज्ञापन सम्मेलन के संयोजक व पत्रकार ओमप्रकाश शुक्ला ने किया।

इस अवसर पर आयोजन समिति से जुड़े नगर अध्यक्ष जितेंद्र कुमार उर्फ गुड्डु मंडल, जिला नजारत उपसमाहर्ता नागेंद्र साव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी बासुदेव प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी जेसी विनीता केरपेट्टा व कोमल कुमारी, परिक्षयमान उपसमाहर्ता गण, सुरजीत झा, दिलीप तिवारी, मनीष कुमार सिंह, प्रीतम गाडिया, शाहीन खान, नवल बिहारी झा, अमरेन्द्र सिंह के अलावा साहित्यकार शिव कुमार भगत, कवि कलीमुल्ला परवाना, सुलेमान जहांगीर आज़ाद, अखिल कुमार झा, सत्यकाम राहुल आदि उपस्थित थे।

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