
सुनीता विलियम्स के ड्रैगन कैप्सूल ने कल्पना चावला जैसे खतरे को पार किया!
7 मिनट का ब्लैकआउट, 1900°C तापमान: सुनीता विलियम्स के ड्रैगन कैप्सूल ने कल्पना चावला जैसे खतरे को पार किया!
स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने बुधवार तड़के फ्लोरिडा के समुद्र में सफल लैंडिंग की, जिसमें सुनीता विलियम्स समेत चारों अंतरिक्ष यात्री सकुशल बाहर निकले. 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद वे दोबारा धरती की ताजा हवा में सांस ले सके.
पृथ्वी पर वापसी का 17 घंटे का यह सफर कई चुनौतियों से भरा था. जब स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर रहा था, तब इसका तापमान 1900°C तक पहुंच गया और 7 मिनट का कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया. यह चरण किसी भी स्पेस मिशन के लिए बेहद जोखिम भरा होता है.
साल 2003 में इसी प्रक्रिया के दौरान नासा का स्पेस शटल कोलंबिया दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला शहीद हो गई थीं. लेकिन अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा उपायों के चलते सुनीता और उनकी टीम ने इस चुनौती को सफलतापूर्वक पार कर लिया.
