सीडब्ल्यूसी ने किशारी के परिवार को खोज निकाला।।


कालेज परिसर में भटक रही थी अनसाउण्ड माइंड किशोरी
सीडब्ल्यूसी ने किशोरी को उसकी मां के साथ घर भेजा
दुमका। बाल कल्याण समिति ने भटकती हुई पायी गयी अनसाउण्ड माइण्ड की किशोरी के परिवार की तलाश कर उसे उसकी मां को सौंप दिया है।

दुमका के एसपी कालेज परिसर में 15 वर्षीय आदिवासी किशोरी 24 जनवरी को भटकती हुई देखी गयी थी। कालेज के प्राचार्य डा खिरोधर प्रसाद यादव ने इसके सूचना बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार को दी।

सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर चाइल्डलाइन दुमका की टीम मेंबेर निशा कुमारी और इब्नुल हसन वहां पहुंचे और किशोरी को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति के सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और नूतन बाला ने इस किशोरी के मामले की सुनवाई की।

किशोरी ने अपना नाम बताया और हिन्दी एवं अंग्रेजी में हस्ताक्षर भी किया पर बातचीत के दौरान वह अनसाउण्ड माईण्ड की पायी गयी। समिति ने किशोरी के परिवार की तलाश करवायी और उसकी मां से संपर्क कर उसे बुलवाया गया।

अपने बयान में किशोरी की मां ने बताया कि उसकी बेटी ने शहर के मारवाड़ी स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की है। उसका इंटरमिडिएट में एसपी कालेज में दाखिला करवाया गया था पर कुछ माह पूर्व अचानक उसका माइण्ड डिस्टर्व हो गया। वह किताबें खोजती है और बोलती रहती है।

उसका चिकित्सक से इलाज करवाया जा रहा है। वह घर से कब निकल कर चली गयी, उन्हें पता ही नहीं चला। किशोरी के सर्वाेत्तम हित में समिति ने अंडरटेकिंग लेकर उसकी मां को सौंप दिया है।

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