दुमका। बाल कल्याण समिति को दो बच्चों के अभिभावकों की तलाश है जो 22 व 23 सितम्बर को दुमका के दिग्घी (विवि) ओपी क्षेत्र में भटकते हुए पाये गये हैं। 22 सितम्बर के देर शाम लगभग 12 वर्ष की एक लड़की दिग्घी थाना क्षेत्र में भटकते हुए पायी गयी। पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में लेते हुए रोस्टर ड्यूटी के तहत 22 सितम्बर की रात बाल कल्याण समिति के सदस्य रंजन कुमार सिन्हा के आवास पर इस लड़की को प्रस्तुत किया।
लड़की बातों को सुनती और समझती है पर ज्यादा कुछ बोलती नहीं है। वह अपने माता-पिता का नाम या घर का पता नहीं बता पायी जिस कारण उसे बालगृह (बालिका), धधकिया दुमका में आवासित कर दिया गया है। 23 सितम्बर को इस लड़की को बालगृह से समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
जहां सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डॉ राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और नूतन बाला ने इस मामले की सुनवायी की। लड़की के अभिभावकों का पता लगाने के लिए ट्रांसलेटर की मदद ली गयी, बावजूद इसके लड़की के घर और परिवार के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं हुई।
समिति ने बालिका के सर्वोत्तम हित में उसके परिवार का पता लगाने के लिए उसका फोटो एवं विवरण सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। 23 सितम्बर को दिग्घी थाना क्षेत्र में पुलिस को 15 वर्ष का एक किशोर भटकता हुआ मिला है।
जिसे समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। यह किशोर मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रतीत होता है। समिति ने उसे बालगृह (बालक), धधकिया दुमका में आवासित कर दिया है। इस किशोर के सर्वोत्तम हित में उसके परिवार का पता लगाने के लिए उसका भी फोटो एवं विवरण सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है।
यदि किसी को भी इन दोनों के परिवार या घर के बारे में कोई जानकारी हो तो वह इसकी जानकारी बाल कल्याण समिति के चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार को मोबाइल नंबर 94311 90087 पर सूचना साझा कर बच्चों को उसके परिवार से मिलाने में सहयोग कर सकते हैं।