सीएम साहब और कितनी शहादतें चाहिए?-प्रीतम भाटिया
आज पत्रकार नवीन शर्मा की शहादत पर मुख्यमंत्री के ट्वीट पर बोले प्रीतम भाटिया और कितनी शहादतें चाहिए बीमा योजना के कार्यान्वयन के लिए?
AISMJWA के बिहार,झारखंड और बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने उक्त बातें ट्वीटर पर आज न्यूज विंग के वरिष्ठ पत्रकार नवीन शर्मा की हार्ट अटैक से हुई शहादत के बाद कहीं हैं.
बताते चलें कि नवबंर 2021 में पत्रकार बीमा योजना लागू करने की घोषणा पर पूरे झारखंड में सभी छोटे-बडे़ हाऊस के पत्रकार साथियों में उत्साह देखते ही बन रहा था.सरकार को पत्रकार संगठनों द्वारा बधाईयाँ दी जा रही थीं और सभी पत्रकार अपने परिवार को अनहोनी के समय आर्थिक सहयोग की एक बड़ी उम्मीद के साथ देख रहे थे.बीमारी और मृत्यु की स्थिति में 20% प्रीमियम के साथ सरकार का 80% योगदान देना इस योजना को पत्रकारहित में बड़ा कदम बताने के लिए काफी थी.अब तो झारखंड के सभी पत्रकारों को लगा कि इस योजना का सपरिवार लाभ मिलना पूरे राज्य में ऐतिहसिक पहल होगी.
आखिर हुआ क्या?इंतजार,इंतजार और इंतजार के बाद मिला क्या शहादत के बाद श्रद्धांजलि के 4 शब्द वो भी चुनिंदा पत्रकारों को.एक पत्रकार की शहादत के बाद उनके परिवार को भगवान हिम्मत दें कहने से न तो बच्चों की स्कूल की फीस भरी जाएगी और न उनके आश्रित को हर महीने राशन ही मिल जाएगा,हाँ इससे सरकार अपनी सामाजिक जिम्मेदारी जरूर पूरी कर लेगी.
प्रदेश प्रभारी प्रीतम भाटिया ने कडे़ शब्दों में सरकार की इस झांसेबाजी की निंदा करते हुए कहा है कि पत्रकार साथियों और आश्रित परिवार को झूठे सपने दिखाने की क्या जरूरत थी?आखिर इस योजना के प्रचार-प्रसार के बजाय पीआरडी ने अचानक चुप्पी क्यों साध ली है?