
गोड्डा:आज दिनांक 07.11.2023 को समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में जिले में कुपोषण एवं एनीमिया के निवारण हेतु “समर अभियान” का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर , जेएसएलपीएस के डीपीएम एवं बीपीएम, संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी ,सीडीपीओ, यूनिसेफ से न्यूट्रीशन कंसलटेंट रूपक दीक्षित ,महिला पर्यवेक्षक तथा स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सक, एनजीओ पार्टनर सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहें।
समर अभियान से जुड़े मुख्य बिंदुओं की जानकारी देते हुए SCOE स्टेट कंसलटेंट समिता के द्वारा इस अभियान के सफल संचालन से सबंधित जानकारियों को उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मियों के बीच साझा किया उन्होंने बताया कि समर अभियान के सफल संचालन के लिए सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं, स्वास्थ्य विभाग की एएनएम जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाएं, सभी महिला पर्यवेक्षिका व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के द्वारा अपनी भागीदारी निभाई जाए।
यह अभियान कुपोषण निवारण हेतु 1000 दिनों की अवधि का योजनाबद्ध अभियान है, जिनके तहत् अति गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता व गर्भवती महिलाओं की पहचान की जायेगी। इन चिन्हित लोगो को उनके निकटतम आंगनबाड़ी केन्द्रो पर जांच की जाएगी और फिर आखिरकार कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता व गर्भवती महिलाओं का उपचार करवाया जायेगा। यह स्क्रीनिंग की प्रक्रिया प्रत्येक तीन माह पर दोहराई जायेगी।
बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर के द्वारा समर अभियान अन्तर्गत चिन्हित सैम, मैम, एनीमिक सस्पेक्टेड केस वाले लाभुकों को यथोचित लाभ प्रदान कराने के निमित्त नया कार्यप्रणाली तैयार करने का निर्देश दिया गया। साथ ही साथ इससे संबंधित कर्मियों को प्रखंडवार कैलेंडर तैयार कर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा सस्पेक्टेड केस की पहचान कर उनका ससमय उपचार कराया जा सके और जिले से कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से खत्म किया जा सके।
उक्त कार्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर्स झारखंड राज्य पोषण मिशन द्वारा उपस्थित सभी MOIC, महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समर अभियान के संबंध में संपूर्ण विवरणी एवं प्रशिक्षण दिया गया।
