वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार अन्तर्गत विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय देवघर द्वारा पीएम केंद्रीय विद्यालय, गोड्डा में तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
प्रथम दिवस आयोजन का उद्घाटन मुख्य अतिथि एसडीएम,गोड्डा बैद्यनाथ उरांव एवं प्राचार्य रजनीश कमल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत सहायक निदेशक भुवन भास्कर द्वारा अंग वस्त्र और बांस शिल्प का स्मृति चिन्ह देकर किया।
साथ ही इस तीन दिवसीय शिल्प जागरूकता कार्यक्रम के उद्देश्य को चर्चा करते हुए बताया कि इन तीन दिनों में वर्ग 6 से 12 तक के अध्यनरत सभी छात्र छात्रा झारखण्ड के पांच हस्तशिल्प यथा बांस शिल्प, डोकरा शिल्प, जादोपटीया लोकचित्रकला, मांदर वादयंत्र और गुड़िया एवं खिलौने के हस्तशिल्पियों द्वारा प्रशिक्षित होंगे एवं में भारत के समृद्ध हस्तशिल्प विरासत के प्रति जागरूक होंगे।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एसडीएम ,गोड्डा बैद्यनाथ उरांव ने कहा कि हस्तशिल्प संस्कृति की पहचान है और ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से निश्चित ही बच्चों के बीच झारखंड के सभ्यता और संस्कृति के प्रति रुझान बढ़ेगा। बच्चों को सिलेबस के अतरिक्त संस्कृति गतिविधियों में शामिल करने से सीखने के प्रति उनका मस्तिष्क ज्यादा सक्रिय होता है।
प्राचार्य रजनीश कमल ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत हस्तशिल्प की विधा को शामिल करना है ताकि बच्चों में क्षेत्रीय हस्तशिल्प एवम अन्य संस्कृति गतिविधि की जानकारी मिल सके। निश्चित ही यह तीन दिवसीय जागरुकता कार्यक्रम अपने उद्देश्य में सफल होगा। प्रथम दिन वर्ग 6 से 8 तक 120 से अधिक बच्चों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
मौके पर प्रशिक्षण अधिकारी रवि जान रोशन, विकास कुमार, शिक्षकगण इफ्तिकार आलम, मनोज कुमार, मनीष कुमार एवं अन्य मौजूद रहे।