
नए कानून से नही लूटने देंगे
फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में अनावश्यक, अनुपयोगी, भ्रष्टाचार का जनक व्यवसायी विरोधी ,जन विरोधी झारखंड राज्य की जनता पर सरकार द्वारा थोपा जा रहा काला कानून कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधायक 2022 के विरोध में चलाए जा रहे हैं
राज्यव्यापी आंदोलन के निमित आहूत बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार गोड्डा चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आह्वाहन पर दिनांक 15 फरवरी से सभी थोक एवं खुदरा खाद्यान व्यवासाई कृषि उपज से संबंधित व्यवासाई, वन उपज के व्यवासाई फल एवं सब्जी व्यवासाई तथा उनके साथ अन्य व्यवासाई बंधु सभी ने अनिश्चित काल के लिए अपने अपने प्रतिष्ठनों को बंद कर आंदोलन को बल प्रदान किया है। अपने अपने कार्यक्षेत्र के प्रमुख जगहों पर एकत्रित हो कर जिले के व्यवसियों ने एकजुटता का प्रमाण दिया ।
सामग्री की आवक जावक व उत्पादन सब आज से अनिश्चित काल के लिए बंद । उपभोक्ताओं को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नही होने से उपभोक्ताओं में भी वर्णित विधेयक के प्रति रोष व्यप्त है गोड्डा जिले में आवश्यक सामग्री जैसे खाद्य तेल दाल एवं आलू प्याज फल सब्जी से संबंधित सभी व्यवसायियों ने आहूत बंद में विशेष योगदान देते हुए बंद के पहले दिवस को अप्रत्याशित रूप से सफल बनाया है ।
गोड्डा चेंबर के सचिव सह झारखंड चेंबर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रितम गाडिया ने बताया की आज गोड्डा जिला कै सभी खाद्यान्न संबंधित दुकान बंद रही,रिलायंस माल भी व्यवसायियों के समर्थन मे बंद रही । जिला में लगभग 10 करोड़ का व्यवसाय प्रभावित रहा।
कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक 2022 के विरोध में राज्य भर में चलाए जा रहे आंदोलन का एक सूत्री मांग है कि पूर्व की सरकार द्वारा जिस कानून को अनावश्यक, अनुपयोगी, भ्रष्टाचार का जनक व्यवसायी विरोधी ,जन विरोधी करार देते हुए वर्ष 2015 में सिथिल किया गया था उक्त विधेयक में 2 प्रतिशत अतरिक्त कर का बोझ सीधे आम जनता पर पड़ेगा विधेयक के परिणाम स्वरूप महंगायी बढ़ेगी,
अन्य राज्यों का व्यपार फलेगा,अन्य राज्यों के व्यवासाई झारखंड राज्य के व्यवसाइयों के वनस्पद और समृद्ध होंगें ,सम्पूर्ण राज्य के राइस मिल,दाल मिल ,फ्लौर मिल,वन एवं कृषि उपज से संबंधित उद्योगों का व्यपार चौपट हो जाएगा ऐसे काले कानून का पुनः झारखंड राज्य की जनता पर सरकार द्वारा थोपा जाना अनुचित है तथा न्यायसंगत नही है कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधायक 2022 को जब तक सरकार निरस्त नहीं करती है बंद जारी रहेगा आने वाले समय मे अन्य व्यवासाई बंधु भी इस बंद का समर्थन करेंगे तथा आंदोलन में समर्पित होकर जुडेंगे। बंद को सफल बनाने मे चेंबर सदस्य
मुकेश भगत,नलिन बर्नवाल,गौतम टेकरीवाल,
मुकेश बर्नवाल,अमित कुमार,
निशांत शर्मा,गणेश सिंह,मो.शाहजहां, बिकास कुमार,ललन कुमार,जयोतीष साह,धर्मेंद्र कुमार संतोष साह,बसंत साह,सोनू बजाज,मनीष बजाज,दीपक शर्मा,रमेश बजाज,प्रवीण कुमार,
गौतम अग्रवाल,मनीष भवसिंका,राकेश अग्रवाल,पियूष कुमार,रितेश टेकरीवाल,हीरा लाल साह,ब्बबु सरावगी, आदी सभी व्यवसायियों का सहयोग रहा।
