बालिका गृह में होली मिलन समारोह का हुआ आयोजन।।


स्थापना के पांच साल बाद पहली बार मनायी गयी होली

दुमका/नगर संवाददाता। दुमका के धधकिया में 2018 से संचालित बालगृह (बालिका) में पहली बार होली मनाया गया। सोमवार की शाम बालिका गृह में आयोजित होली मिलन समारोह में बालिकाओं ने स्वागत गीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डॉ राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी, नूतन बाला और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्रा ने बालक-बालिकाओं को नये कपड़े दिये।

होली को लेकर बालिकाओं में जबर्दस्त उत्साह और उमंग देखा गया। किशोरियों ने एक-दूसरे के साथ जमकर होली खेली। सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन, सदस्यगण, डीसीपीओ, बालगृह की प्रभारी, काउनसेलर, हाउस मदर एवं अन्य कर्मचारियों ने भी बालिकाओं को और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर उनके बेहतर भविष्य, होली और बाहा पर्व की शुभकामनाएं दीं।।

सभी ने होली के गीतों पर जमकर ठुमके भी लगाए। होली पर्व पर बालिकाओं के लिए पुआ एवं दहीबाड़ा समेत विभिन्न पारंपरिक पकवान भी बनाये गये थे।
सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार ने कहा कि रंगों का त्योहार होली आपसी सौहाद्र और सदभावना का प्रतीक है। होली का रंग सभी भेदभावों को दूर कर खुशियों को बांटने का संदेश देता है।

उन्होंने बताया कि दुमका के बालिका होम में जिले के अलावा पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, गिरिडीह की 56 बालिकाएं आवासित हैं जिनमें से 9 छूट्टी पर घर गयी हुई हैं। बाल कल्याण समिति सीएनसीपी बालक-बालिकओं के पुनर्वास के लिए लगातार काम कर रही है। जो बालक-बालिकाएं अपने परिवार में पुनर्वासित नहीं हो पाते हैं

उन्हें स्पॉन्सरशिप एवं आवासीय विद्यालयों से जोड़ा जा रहा है। इन प्रक्रियों के बीच जो बालिकाएं बालगृह में रह रही है, उन्हें घर जैसा माहौल देने का हर संभव प्रयास किया जाता है और होली मिलन समारोह का आयोजन उसकी ही एक कड़ी है।

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