Ranchi:देश के जेलों में बंद राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं और निर्दोष गरीबों की रिहाई की मांग के लिए जारी हस्ताक्षर आभियान आज छठे दिन भी जारी रहा। आज हरमू के इमली चौक, और डोरंडा क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
इमली चौक और डोरंडा बाजार चौक में लगभग 4200 चार हजार दो सौ न्याय पसंद प्रबुद्ध नागरीको और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपना हस्ताक्षर देकर अभियान के प्रति अपनी एकता व्यक्त किए। हस्ताक्षर आभियान के शुरूआत के पर्व नुक्कड़ मीटिंग को संबोधित करते हुए न्याय मोर्चा से जुडे माले नेता भुवनेश्वर केवट ने कहा कि विरोध की आवाज़ को साजिशों के बल पर दबाया नहीं जा सकता है।
दिल्ली झारखंड, छत्तीसगढ समेत पुरे देश में विरोध की आवाज़ को जिस तरह साजिशन तरीके से दबाया जा रहा है यह पूरी तरह केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक कदम है। लोकतन्त्र में असहमति और विपक्ष की महत्वपूर्ण भुमिका है इसको दबाना पूरी तरह से तानाशाही कदम है।
जो देश न्याय पसंद लोग बर्दास्त नहीं करेंगे। मोर्चा से बगाइच के फॉदर टोनी ने कहा की न्याय की लडाई अंतिम दम तक लड़ी जाएगी। झूठ और दहस्त कुछ देर के लिए धुंध पैदा कर सकते हैं लेकीन अन्तिम जीत सच की ही होगी।
हजारों आदिवासी ,अल्पसंख्यक और दलितो के लिए लड़ने वाले फादर स्टैन स्वामी निर्दोष हैं और इसे केंद्र सरकार को मानना होगा, लड़ाई हम जीतेगें।
हस्ताक्षर आभियान के माध्यम से राज्यपाल और राष्ट्रपति से मिलने के बाद भी फादर स्टैन स्वामी की हत्या के दोषियो को सजा देने के दिशा में न्याय नहीं मिला तो मोर्चा बडे आंदोलन की दिशा में आगे बढ़ेगी।
हरमू और डोरंडा बाजार चौक में चलाए गए हस्स्ताक्षर को बगाईचा के फॉदर टॉम, नंदिता भट्टाचार्य, मजदुर नेता अमल घोष, झारखंड आंदोलनकारी पुष्कर महतो, दलित चेतना मंच की प्रदेश नेत्री रेणु किशोर, अशोक राम, सुखदेव उरांव, अब्दुल रज्जाक, जबकि हिंदपीड़ी में चलाए गए हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व एसके राय, जमील अख़्तर सामाजिक कार्यकर्ता आलोका कुजूर प्रफुल लिंडा, एनामुल हक, मोहम्मद तस्लीम ने किया।