
6, से 7 जुलाई को नाग मंदिर प्रांगण में दी जायेगी हजारों बकरों की बलि।
रामगढ़/रामजी साह।
रामगढ़ प्रखंड में दर्जनों नागदेवता मंदिरों में शनिवार को पणडार के साथ ही दो सप्ताह तक चलने वाला नाग देवता पुजा अनुष्ठान शुभारंभ हो गया। वहीं प्रखंड के बगबिंधा नाग मंदिर,कांजो, समेत प्रखंड के दर्जनों नाग मंदिरों में पुरे विधि विधान के साथ नाग पुजा शुभारंभ हो गया। पुजा आगामी 16 दिनों तक चलेगा।
मान्यता है कि रामगढ़ प्रखंड के अलावा जरमुंडी , सरैयाहाट ,मसलिया , शिकारीपाड़ा,समेत पुरे दुमका जिला में हिन्दू समाज नाग पुजा पणडार के बाद अपने घरों में मांस मंदिरा का सेवन नहीं करते हैं ।साथ ही पणडार से 16 दिनों तक इन इलाकों में बकरे की बलि निषेध होती हे साथ ही लोग मांस का सेवन नहीं करते हैं ,
लोहे की औजार से मिट्टी खुदाई बंद रहती है। लोग अपने घरों में पुड़ी खीर खाद्य से वर्जित रस्ते है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी आदमी को कोई सर्प दंश कर लें तो उक्त आदमी को इटबंधा नाग देवता मंदिर में लाने से सर्प दंश आदमी नाग देवता के असीम महिमा से पुरी तरह से ठीक हो जाता है।
इसके लिए लोगों को नागदेवता के प्रति अटूट श्रद्धा विश्वास होना जरूरी है। पुजन के बाद नाग देवता मंदिरों में भक्तों के बीच कच्चे दुध और आम का प्रसाद वितरण किया जाता है। पुजा के अंतर्गत सोलह दिनों के बाद 06 और 07 जुलाई को नागदेवता मंदिर परिसर पर हजारों बकरों की बलि दिया जाता है और मेला का भी आयोजन किया जाता है।वहीं पणडार के बाद ही क्षेत्र में भक्ति का माहौल देखा जा रहा है।
