
नर्सरी से पौधे लाने के बाद हमारे पौधे क्यों सूख जाते हैं? आइए जानते हैं वो कौन-कौन सी गलतियाँ हैं जो हमें नहीं करनी चाहिए-
● नर्सरी से पौधे लाने के तुरंत बाद ही ट्रांसप्लांट ना करे बल्कि उन्हें वातावरण में ढलने के लिए कुछ समय दे। इसके लिए नये पौधों को अपने गार्डन के अन्य पौधों के साथ रख दें और 4-5 दिन बाद ही गमलों में ट्रांसप्लांट करें।
● जब पौधे को नर्सरी बैग से निकाल कर गमले में लगाया जाता हैं तो इससे पौधे की जड़े टूट जाती हैं। जिससे कई बार पौधे मुरझा जाते हैं या फिर पूरी तरह से मर जाते हैं। इसके लिए जब भी पौधों को ट्रांसप्लांट करें तो नर्सरी बैग को सावधानी से फाड़कर पौधों को बाहर निकालें ताकि जड़े डिस्टर्ब ना हो।
● पौधों को ट्रांसप्लांट करने के बाद 7 से 10 दिन तक सेमी-शेड वाली जगह पर रखें, जहां उन्हें हल्की इनडायरेक्ट सनलाइट मिले। उसके बाद ही पौधों के नेचर अनुसार फुल-सनलाइट या सेमी-शेड में रखें।
● पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए सही साइज के गमले का चुनाव करें, ताकि गमले में पौधे की जड़े अच्छे से समायोजित हो सकते। जब पौधा छोटा हो तो छोटे गमले में और जब पौधा बड़ा हो जाए तब उसे बड़े गमले में जरूर ट्रांसफर करें।
● किसी भी पौधे को लगाने से पहले उसकी मिट्टी तैयार करना बहुत जरूरी हैं। मिट्टी जितना मुलायम होगा पौधे के लिए उतना ही बेस्ट होता हैं। अगर आप हार्ड मिट्टी में पौधें को लगा देते हैं तो पौधे की जड़ें मिट्टी के अंदर अच्छे से फैल नही पायेगी और पौधे की ग्रोथ अच्छे से नही हो पायेगा।
● पौधे को मिट्टी में लगाने से पहले मिट्टी के अंदर खाद मिलाना बहुत जरूरी होता हैं। जब आप पौधे को नर्सरी से लाकर अपने गार्डन में लगाते हैं तो हमेेशा पौधे को सॉफ्ट खाद डालिए क्योंकि नर्सरी से लाये हुए जो पौधे होते हैं वे ज्यादातर केमिकल ट्रीट होते हैं।
● 1 या 2 महीने बाद जब आपके बगीचे में पौधा सेट हो जाएं तो फिर आप उसमें वर्मीकम्पोस्ट साथ में बोनमील/राॅक फास्फेट मिला सकते हैं। इसके अलावा अगर आप गोबर की खाद या किचेन बेस्ट कम्पोस्ट डालते हैं तो पौधे की ग्रोथ और अच्छी हो जाती हैं।
