सुंदरपहाड़ी(सुंदरपहाड़ी प्रखण्ड के धमनी बाजार में श्री श्री 108 मां वैष्णवी दुर्गा पूजा करीब सौ वर्षों पूर्व से बंगला एवं सनातन धर्म पद्धति से होता चला आ रहा है।जिसमे नवरात्रा कार्यक्रम 10 दिन विजया दशमी तक चलता है।
इस पूजा को सम्पन्न बाराणशी काशी के पंडित आचार्य बिष्णु शंकर तिवारी के द्वारा विधिवत किया जा रहा है।इस उपलक्ष में विजया दशमी के दिन धमनी में मेला का भी आयोजन किया जाता है।यहाँ के दुर्गा माँ की विशेषता है कि जो सच्चे मन से अपनी मनोकामना करता है उसकी मुरादे माँ पूर्ण करती है
और विशेष बात है कि यँहा दुर्गा माँ को बकरा का बलि नही दिया जाता है तथा उसके बदले कोहड़ा व भतुवा का बलि पड़ता है।मालूम हो कि सुंदरपहाड़ी प्रखण्ड अंतर्गत धमनीबाजार में मात्र एक जगह ही दुर्गा माँ की पूजा होती है जँहा श्रद्धालु काफी संख्या में भाग लेकर माता का दर्शन कर पूजा अर्चना करते है।
बताया जाता है कि धमनीबाजार में करीब 500 सौ घर है। जिसकि आबादी लगभग चार हजार बतायी जाती है जो इस पूजा में तनमन से सहयोग करते है। इस पूजा का देख रेख पूजा कमेटी के अध्यक्ष बिजय प्रसाद राम,सचिव राजेश आर्य,कोषाध्यक्ष गोपाल कुमार दे एवं बीस सक्रिय सदस्य तन मन से करते है।बताया जाता है कि महालया के दिन से गाँव मे किसी के भी घर मे लहसुन प्याज का सेवन नही किया जाता है।
यँहा तक कि नास्ता दुकानदार भी दुर्गा पूजा तक दुकान में लहसुन प्याज का समान नही बनाते है।दुर्गा मंदिर प्रांगण में भव्य पंडाल बनाया गया है जिसमे आठ सौ फीट तक कुल पचास गेट बनाया गया है।सभी कारीगर पिछले दश दिनों से विधिवत सजावट के काम मे लगे हुए है।