गोड्डा / ललमटीया 3 नवंबर 2023
ऐक्टू गोड्डा का प्रथम जिला सम्मेलन सम्पन्न, वक्ताओं ने कहा
का देश की संपत्ति को निजी हाथों में बेचना राष्ट्रभक्ति नहीं गद्दारी है।
*विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री जी को उलिहातू के बजाय सुंदर पहाड़ी के आदिम जनजाति के गांवों से करनी चाहिए। सुन्दर पहाड़ी के बदहाल हाल में कोई बदलाव आये है तो ? पुरे देश के आदीवासीयों को पता चल सकेगा की सचमुच प्रधानमन्त्री के नेतृत्व में देश विकसित भारत की ओर अग्रसर है अन्यथा माना जाएगा की आपका इरादा नेक नहीं है। राष्ट्र की संपत्ति को निजी हाथों में बेच कर देश को विकसित भारत नहीं बनाया जा सकता है। जुमले वालों की सरकार नहीं चलेगी अबकी बार उपरोक बाते आज ललमटिया के नीमा में अयोजित
ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन ( ऐक्टू ) गोड्डा का प्रथम जिला सम्मेलन का संबोधित करते हुए सम्मेलन के पर्यवेक्षक और मुख्यवक्ता ऐक्टू के प्रदेश सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि कोयला उद्योग से लेकर रेल, बेकिंग , एयरपोर्ट हवाईजहाज, बीएसएनएल नेशनल हाइवे और बंदरगाह सबके सब कोड़ी के भाव निजी कंपनियों के हाथों बेची जा रही है। राष्ट्र की सरकारी संपति को निजी हाथों में बेच कर देश को विकसित भारत नहीं बनाया जा सकता है। देश की संपत्ति को निजी हाथों में बेचना राष्ट्रभक्ति नहीं बल्कि देश के साथ गद्दारी गद्दारी है। गोड्डा जिला सम्मेलन सम्मेलन में मिड डे मील, निर्माण, सफाई क्षेत्र से जुडे 70 से अधिक चयनित प्रतिनिधी और पर्यवेक्षक शामिल हुए। सम्मेलन से पूर्व यूनियन के झंडोतोलन कर लाल झंडा फहराया गया, तत्पशचात औद्योगिक घटनाओं , इजराइल द्वारा गाजा में किए हमले में दासियों हजार बेकसूर नागरिकों की मौत , मजदुर आन्दोलन में शहीद साथियों को एक मिनट का मौन श्रृद्धांजलि अर्पित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता पांच सदस्यीय टीम ने किया जिसमें अरुण सहाय, रामदास शाह, शराफत अंसारी, सीमा कुमारी, स्लोमी बास्के, ने संयुक्त रूप से किया। ऐक्टू गोड्डा जिला का सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएमडब्ल्यू के कोयला मजदुर यूनियन के नेता अरुण कुमार सहाय ने कहा कि केंद्र की सरकार मजदूर विरोधी किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों को अंधाधुंध लागू कर रही है । गोड्डा जिला में केंद्र सरकार की गिद्ध दृष्टि लग गया है।
अडानी पावर प्लांट का धूल और गर्दा हम खायेंगे और बिजली बंगला देश को ये दो बिल्लियों की तरह ठगी और धोखे का खेल नहीं चलने देगें। अडानी पॉवर प्लांट का 25 प्रतिशत बिजली गांवों के ग्रामीणों को देना होगा। देश में आर्थिक विकास की
झूठी ढोल पीटी जा रही है। सचमुच देश की आर्थिक विकास की दर इतना बेहतर होता तो भारत वैश्विक भूख सूचकांक में 111 वां स्थान नहीं होता।
प्रतिनिधि सत्र के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए रसोइया संघ के के प्रदेश सचिव मनोज कुशवाहा ने कहा कि संकट के दौर में मजदूर किसान आंदोलन ही हमेशा देश को उबारने का काम किया है। संघर्ष की ताकत को आंदोलनजीवी ,देशद्रोही कह कर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है। नफरत और हिंसा के जरिए देश समाज और को बांटने की साज़िश सफल नहीं होने देगें।
सम्मेलन का उदघाटन करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव रामदास शाह ने कहा कि केंद्र कंपनियों की कठपुतली सरकार है। देश को अडानी अंबानी एंड कम्पनी में तब्दिल होने से बचाने के लिए मजदुर वर्ग को 2024 की लडाई जितनी होगी। दरअसल मोदी जी के आर्थिक विकास से देश के मजदूर गरीब और किसान कोसों दूर है।
गोड्डा जिला सम्मेलन में श्रम कानूनों में संशोधन और लेबर कोड के द्वारा मजदूरों को गुलाम बनाने की साज़िश ,नफरत और हिंसा की राजनीती ,सार्वजनिक उद्योगों और संपतियों को निजी हाथों में बेचने ,महंगाई और आईटीआई प्रशिक्षित युवकों को रोजगार के सवाल पर मजदुरों को संगठित कर आन्दोलन करने का कार्यभार लिया गया। साथ ही 27/28 नवम्बर को राजभवन पर आयोजित मजदूर महापडाव को सफल बनाने का अपील किया गया।
सम्मेलन को
समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
मनोज कुशवाहा गोड्डा द्वारा
देश की संपत्ति को निजी हाथों में बेचना राष्ट्रभक्ति नहीं गद्दारी है,ऐक्टू।।
">