झारखंड कांग्रेस से कौन बनेगा मंत्री, किसका नाम आगे।।

Ranchi : झारखंड में मुख्यमंत्री के पद पर हेमंत सोरेन ने शपथ ले ली है। पहली कैबिनेट में उन्होंने कई बड़े फैसले लेकर सरकार की मजबूती का प्रमाण दे दिया है।लेकिन मंत्रीमंडल का गठन बड़ी चुनौती है. बताया जाता है कि झामुमो के छह, कांग्रेस के चार व राजद के एक विधायक मंत्री बनेंगे. नाम को लेकर असमंजस है.झारखंडी पर्यटन स्थल

कांग्रेस कोटे से चार मंत्री बनाये जाने हैं. सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है. मंत्री के नाम के चयन में क्षेत्र, धर्म और जाति का ध्यान रखा जा रहा है. माना जा रहा है कि अल्पसंख्यक, सामान्य जाति, अनुसचित जाति से एक-एक मंत्री बनाये जायेंगे. इसी तरह एससी या ओबीसी जाति के एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है. इसी तरह प्रमंडल के हिसाब से देखें तो संथाल परगना, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल से एक-एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है.

जाति के आधार पर कौन आगे..
अल्पसंख्यक – जामताड़ा से इरफान अंसारी और पाकुड़ से निशांत आलम के नाम पर विचार चल रहा है. अगर कांग्रेस कोटे से अल्पसंख्यक मंत्री बनाया जा सकता है तो इरफान अंसारी का नाम आगे चल रहा है.

सामान्य – बेरमो से कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) औऱ बोकारो से श्वेता सिंह का नाम है. अनूप सिंह का अनुभव ज्यादा बड़ा है. दूसरी बार विधायक बने हैं. इसके अलावा वह यूथ कांग्रेस के लिए लंबे समय तक काम कर चुके हैं. इंटक में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं.

ओबीसी – पोड़ैयाहाट से प्रदीप यादव, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह और रामगढ़ से ममता देवी का नाम है. इसमें प्रदीप यादव का कद ज्यादा बड़ा है. लेकिन दीपिका पांडेय सिंह का कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बेहतर संपर्क होने का फायदा उन्हें मिल सकता है.

एसटी – जगन्नाथपुर से सोनाराम किस्कू, खिजरी से राजेश कच्छप, मांडर से शिल्पी नेहा तिर्की, सिमडेगा से भूषण बाड़ा, कोलेबिरा से नमन विक्सल कोंगारी और लोहरदगा से रामेश्वर उरांव का नाम शामिल है. रामेश्वर उरांव सब पर भारी पड़ते दिख रहे हैं.

एससी – कांके से सुरेश कुमार बैठा और छतरपुर से राधा कृष्ण किशोर हैं. राधा कृष्ण किशोर का पलड़ा ज्यादा भारी है.

प्रमंडल के हिसाब से कौन आगे..
संथाल परगना से कांग्रेस के चार विधायक हैं. प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी व निशांत आलम. यहां दीपिका पांडेय सिंह या प्रदीप यादव को मंत्री बनाया जा सकता है. दोनों ओबीसी भी नेता हैं. इरफान अंसारी को अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनाया जा सकता है. उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल से तीन विधायक हैं. कुमार जयमंगल (अनूप सिंह), ममता देवी और श्वेता सिंह. कुमार जयमंगल का नाम सबसे आगे चल रहा है. क्योंकि अनुभव से लेकर तमाम कारणों से वह बेहतर हैं. कोल्हान से सिर्फ एक विधायक हैं सोनाराम किस्कू. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल से छह विधायक हैं. रामेश्वर उरांव, शिल्पी नेहा तिर्की, राजेश कच्छप, सुरेश बैठा, भूषण बाड़ा और नमन विक्सल कोंगारी. रामेश्वर उरांव का नाम सबसे आगे जरुर है, लेकिन उनके नाम पर सहयोगी दलों को आपत्ति है. पलामू प्रमंडल से दो विधायक हैं राधा कृष्ण किशोर और रामचंद्र सिंह…..

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