पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 17 साल से नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पास शिक्षा विभाग के रहते इसमें जो घोटाले होते रहे, उसकी पोल खुद शिक्षा विभाग के अवर प्रधान सचिव के आदेश से खुल रही है।
श्री मोदी ने कहा कि राज्य के 70 हजार सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से 12 वीं तक के 20 लाख फर्जी छात्रों के नाम काटे गए, लेकिन उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिनकी मिली-भगत से इन छात्रों के नाम पर भेजी गई राशि और राशन ( मिड-डे मील) में घोटाले हुए।
उन्होंने कहा कि लगातार गैरहाजिर बताये गए जिन छात्र-छात्राओं के नाम काटे गए, उनमें 1.5 लाख छात्र बिहार बोर्ड की परीक्षाएं नहीं दे पाएँगे।
श्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग की जिन योजनाओं का ढोल पीटते रहे, वही योजनाएँ स्कूली शिक्षा को खोखला कर लूटने के अवसर में बदल दी गईं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से फर्जी छात्रों के नाम पर साइकिल-पोशाक, मिड-डे मील और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं की करोड़ों की राशि निगलने का घोटाला वर्षो से जारी है।